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चिकित्सा अधीक्षक ने सिम्स में नर्सिंग स्टाफ और वार्डबॉय की बैठक ली

Mohammed Israil
Mohammed Israil  - Editor
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Bilaspur बिलासपुर। 23 अप्रैल 2025: सिम्स  के डीन प्रोफेसर रमणेश मूर्ति के निर्देशानुसार दोपहर 12 बजे रेडियोलॉजी लेक्चर हॉल में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह की अध्यक्षता में नर्सिंग स्टाफ, वार्डबॉय, और अन्य कर्मचारियों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य अस्पताल की कार्यप्रणाली को सुव्यवस्थित करना और मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए निर्देश जारी करना था।

बैठक के दौरान निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय और निर्देश दिए गए:

  1. सफाई व्यवस्था पर जोर:
    चिकित्सा अधीक्षक ने निर्देश दिया कि चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों और वार्डबॉय को वार्ड और आउटडोर की सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा। सफाई का कार्य इंटरनल वार्ड के साथ-साथ बाहरी क्षेत्रों में भी नियमित रूप से किया जाए। उपस्थिति के आधार पर कार्य विभाजन सुनिश्चित किया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
  2. कर्मचारियों की उपस्थिति और जिम्मेदारियां:
    अस्पताल की कार्यप्रणाली को सुचारु रखने के लिए सभी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को समय पर उपस्थिति अनिवार्य की गई है। उनकी अनुपस्थिति में वैकल्पिक प्रबंध किया जाएगा ताकि कार्य प्रभावित न हो।
  3. नर्सिंग स्टाफ को निर्देश:
    सभी नर्सिंग स्टाफ को ई-हॉस्पिटल कार्यप्रणाली का पालन करना होगा। मरीजों की देखभाल के लिए संसाधनों का उचित प्रबंधन किया जाए और गंभीर स्थिति के मरीजों को प्राथमिकता दी जाए। रजिस्टर का अद्यतन और आवश्यकता के अनुसार मरीजों को रेफरल की सुविधा दी जाए।
  4. गंभीर मरीजों के लिए विशेष प्रबंध:
    मेडिकल इमरजेंसी और गंभीर स्थिति वाले मरीजों को तत्काल उपचार सुनिश्चित करने के लिए एक सहायक दल नियुक्त किया जाएगा। उनके इलाज में किसी प्रकार की देरी न हो, इसके लिए विशेष मॉनिटरिंग की जाएगी।
  5. वार्डों और ओपीडी का प्रबंधन:
    वार्ड और ओपीडी की सफाई और देखभाल के लिए केवल ड्यूटी पर उपस्थित कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। मरीजों के लिए स्वच्छता और समय पर सेवाएं प्राथमिकता रहेंगी।
  6. तीन शिफ्ट में कार्य संचालन:
    सभी वार्डों, ओपीडी और अन्य विभागों के कार्यों को तीन शिफ्ट में विभाजित किया जाएगा। इस प्रक्रिया से कर्मचारियों की जिम्मेदारियां स्पष्ट होंगी और कार्यप्रणाली सुगम बनेगी।
  7. उपस्थिति की अनिवार्यता:
    अस्पताल में उपस्थित कर्मचारियों की हाजिरी चिकित्सा अधीक्षक और इंचार्ज नर्स द्वारा नियमित रूप से जांची जाएगी। ड्यूटी में किसी भी प्रकार की लापरवाही को सख्ती से रोका जाएगा।
  8. अस्पताल की छवि और सेवा में सुधार:
    डॉ. लखन सिंह ने कर्मचारियों को मरीजों और उनके परिजनों से सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के अनुशासन और समर्पण से अस्पताल की छवि बेहतर बनेगी और यह समाज में सकारात्मक संदेश देगा।
  9. विशेष सेवाएं और सुविधाएं:
    गंभीर मरीजों की देखभाल के लिए सीनियर रेजिडेंट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, साफ-सफाई, मरीजों के कपड़े धोने और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए अतिरिक्त प्रबंध किए गए हैं।

अंत में चिकित्सा अधीक्षक ने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया कि अस्पताल में मरीजों के उपचार में किसी भी प्रकार की कमी न हो। इस बैठक के माध्यम से सिम्स ने अपनी सेवाओं को और अधिक प्रभावी और मरीजों के अनुकूल बनाने का प्रयास किया है।

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