Latest news

सिम्स के डीन प्रो मूर्ति और मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ लखन हुए पावरफुल, जानिए शासन ने क्या-क्या अधिकार बढ़ाया

Mohammed Israil
Mohammed Israil  - Editor
5 Min Read

सिम्स बिलासपुर: चिकित्सा सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

बिलासपुर।छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स), बिलासपुर में हाल ही में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा में सुधार की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बैठक में विभिन्न समितियों की नई नियमावली को लागू करने से लेकर वित्तीय स्वीकृतियों और चिकित्सीय सेवाओं के उन्नयन पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायक, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

वित्तीय प्रावधानों में बड़ा सुधार

संशोधित नियमावली में स्थानीय स्तर पर कार्यों के सुचारू संपादन हेतु महत्वपूर्ण वित्तीय स्वीकृतियाँ दी गई हैं। कार्यकारिणी समिति को अब रु. 2 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है, जबकि वित्तीय समिति को रु. 10 लाख की स्वीकृति दी गई है। इसके अतिरिक्त, सदस्य सचिव सह अधिष्ठाता एवं चिकित्सा अधीक्षक को रु. 5 लाख की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। ये स्वीकृतियाँ प्रशासनिक और चिकित्सा प्रबंधन को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने में सहायक होंगी।

सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के संचालन पर जोर

बैठक के दौरान बेलतरा विधायक  सुशांत शुक्ला ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, बिलासपुर में विशेषज्ञ चिकित्सकों और कर्मचारियों की नियुक्ति की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने माननीय मंत्री महोदय से इस विषय पर शीघ्र कार्यवाही का अनुरोध किया, जिस पर सकारात्मक आश्वासन मिला। कलेक्टर महोदय ने जानकारी दी कि चिकित्सकों को आकर्षित करने के लिए वेतन की अंतर राशि डीएमएफ (जिला खनिज न्यास निधि) से प्रदान की जाएगी। इससे हॉस्पिटल में उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएँ सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

सीपत क्षेत्र के अस्पताल का उन्नयन

सीपत क्षेत्र में स्थित अस्पताल के उन्नयन की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। बैठक में मरतुरी विधायक श्री दिलीप लहरिया और बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला के अनुरोध पर कलेक्टर बिलासपुर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। यह उन्नयन क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करेगा और मरीजों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करेगा।

संविदा कर्मचारियों का मुद्दा सुलझाने का आश्वासन

सिम्स वायरोलॉजी लैब में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को पिछले 8 महीनों से वेतन नहीं मिलने की जानकारी बैठक में प्रस्तुत की गई। इस मुद्दे पर उच्च अधिकारियों ने जल्द से जल्द स्वीकृति प्रदान करने का आश्वासन दिया। वर्तमान में, स्वशासी मद से वेतन की व्यवस्था करने पर सहमति जताई गई है। इस कदम से संविदा कर्मचारियों को राहत मिलेगी और लैब की कार्यक्षमता में सुधार होगा।

राज्य कैंसर संस्थान की प्रगति

कलेक्टर बिलासपुर ने राज्य कैंसर संस्थान के निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने मानव संसाधन की स्वीकृति हेतु उच्च कार्यालय से अनुरोध किया। यह संस्थान जनहित में अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसके संचालन से कैंसर मरीजों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।

सिम्स का विस्तार और नई इमारत का निर्माण

बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने सरकंडा स्थित सिम्स की भूमि में नई इमारत के निर्माण का अनुरोध किया। मंत्री महोदय ने इस पर शीघ्र भूमि पूजन कराने का आश्वासन दिया। इस परियोजना से सिम्स का विस्तार होगा और चिकित्सा सेवाओं की पहुँच व्यापक हो सकेगी।

गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा पर जोर

आयुक्त चिकित्सा शिक्षा ने निर्देश दिया कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान करने के लिए डेथ रिव्यू यूनिट और पी.एम. रिपोर्ट की परफॉर्मेंस रिपोर्ट समयबद्ध रूप से प्रस्तुत की जाए। यह उपाय चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और अस्पताल प्रबंधन में पारदर्शिता लाने में सहायक होगा।


“स्वास्थ्य सेवाओं की नई परिभाषा”
सिम्स बिलासपुर में हाल के सुधारात्मक कदम छत्तीसगढ़ में चिकित्सा सेवाओं की दिशा में एक नई परिभाषा गढ़ रहे हैं। कार्यकारिणी और वित्तीय समिति को दी गई नई स्वीकृतियाँ और सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति जैसे प्रयास मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करेंगे। डीएमएफ फंड से वेतन अंतर की पूर्ति और संविदा कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान सिम्स की कार्यक्षमता को और भी सुदृढ़ करेगा। राज्य कैंसर संस्थान की प्रगति और सिम्स के विस्तार से बिलासपुर क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं का परिदृश्य बदलने की पूरी संभावना है।


तय होगी प्राथमिकता

इस बैठक के निर्णयों से यह स्पष्ट है कि सिम्स प्रबंधन और जिला प्रशासन की प्राथमिकता क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना और चिकित्सा शिक्षा को गुणवत्ता के नए आयाम पर पहुँचाना है। भविष्य में इन सुधारों का सकारात्मक प्रभाव पूरे क्षेत्र के स्वास्थ्य मानकों पर पड़ेगा।

खबर को शेयर करने के लिए क्लिक करे।।