बिलासपुर।21वीं पशु सगणना राष्ट्रीय महत्वपूर्ण कार्यक्रम का प्रारम्भ 25 अक्टूबर 2024 से हुआ है। जिसे फरवरी 2025 तक पूर्ण किया जायेगा। पशु गणना कार्य राज्य के साथ बिलासपुर संभाग स्तरीय 08 जिलों के 4817 ग्राम एवं 903 वार्डो में किया जा रहा है। पशु गणना कार्य हेतु पशु पालन विभाग द्वारा नियुक्त प्रगणको द्वारा घर-घर जाकर आनलाईन डेटा मोबाईल एप के माध्यम से किया जा रहा है। पशु संगणना कार्य में कार्यरत प्रगणको एवं सुपरवाईजरो को विस्तृत जानकारी से अवगत कराने हेतु पुन सभाग स्तरीय प्रशिक्षण आयोजन हेतु प्राप्त निर्देशानुसार संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवायें बिलासपुर द्वारा सभाग अंर्तगत आने वाले बिलासपुर, मुंगेली, जी.पी.एम. कोरबा, जांजगीर-चौधा, सक्ति, रायगढ़ एवं सारंगढ़ बिलाईगढ़ 08 जिलो के 08 जिला नोडल अधिकारी एवं 125 सपरवाईजरी के लिये 21वीं पशु गणना का संभाग स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन स्थानीय जल संशाधन विभाग कार्यालय के प्रार्थना भवन में सम्पन्न हुआ।
डॉ जी. एस.एस. तंवर संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवायें बिलासपुर प्रशिक्षण सह कार्यशाला के मुख्य अतिथि थे। सरस्वती वंदना पश्चात मुख्य अतिथि का स्वागत जिला नोडल अधिकारी द्वारा किया गया। डॉ जी.एस.एस. तंवर संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवायें बिलासपुर द्वारा अपने उदभोदन में कहा गया भारत सरकार द्वारा पहली पशु जनगणना 01 दिसंबर 1919 से अप्रैल 1920 के बीच में करायी गयी थी। पशु गणना कार्य प्रत्येक 05 वर्ष के अंतराल में की जाती है। अभी तक कुल 20 पशु संगणनाये हो चुकी है। शासन द्वारा अभी 21वीं पशु संगणना की जा रही है। पशु संगणना का मुख्य उद्देशय राज्य के पशुधन की सही जानकारी एकत्रीत करना है। जिससे प्राप्त सटीक साख्यिकी डाटा से पशुधन एवं पशुपालाको के लिये आर्थिक वृद्धि हेतु योजनाओं एवं नितियों को तैयार करने में सहायता होती है। तत्पश्चात डी विरेन्द्र पिल्ले अतिरिक्त उपसंचालक जिला नोडल अधिकारी द्वारा पशु संगणना में प्रथमबार शामिल चरवाहा समुदाय समुह पर विस्तृत जानकारी दी गयी। विशेषता छ०ग० राज्य में भ्रमण पर आने वाले रबारी समुदाय पर जानकारी दी गयी। डॉ हितेन्द्र सोनी संभागीय मास्टर ट्रेनर द्वारा हैण्ड्स आनलाईन ट्रेनिग एवं संबंधित समस्त प्रपत्रो, परिभाषाओं 16 विभिन्न प्रजातियों के पशुपक्षीयों का नस्ल की पहचान के संबंध में तकनीकि परिभाषाओं ईत्यादी के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी। हुमन सिंह दीवान सहायक साख्यिकी अधिकारी एवं श् गणेशराव जाधव सहायक सांख्यिकी अधिकारी संबालनालय पाचि० सेवायें रायपुर ७०ग० से प्रशिक्षण में उपस्थित होकर प्रशिक्षणार्थीयों को पशु संगणना मार्गदर्शीका का वितरण किया गया। डी प्रमोद नामदेव जिला नोडल अधिकारी मुंगेली द्वारा प्रगणको के लिये पशु संगणना सबंधी प्रपत्र को सरल कर जानकारी एकत्रित करने संबंधित विषय पर अपने विचार रखे।
प्रशिक्षण सह कार्यशाला का संचालन डी शशी सिंह अतिरिक्त उपसंचालक एवं श्री कैलाश गजभिये सहायक साख्यिकी अधिकारी शाखा प्रभारी द्वारा किया गया। श्री राहुल वैष्णव प्रगणक एवं श्री बी.एम पाण्डेय सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी द्वारा प्रशिक्षण में पावर पाईन्ट प्रेजेंटेशन आपरेट किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ टी.डी. सरजाल अतिरिक्त उपसंचालक एवं श्री सुखनाथ लकडा सहायक संचालक सांख्यिकी द्वारा किया गया।
अंत में संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाये बिलासपुर डॉ जी.एस.एस. तंवर ने जिले के समस्त पशुपालको से इस राष्ट्रीय महत्य के कार्यकम में पशुधन विकास विभाग के द्वारा नियुक्त प्रगणको को अपने पशु/पक्षीयों की जानकारी प्रदाय कर सहयोग करने की अपील की है।