00 मैदानी इलाकों में भी जल रहे अलाव
00 तापमान में गिरावट आने से बढ़ी ठंड
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में इस समय ठंड ने दस्तक दे दी है, खासकर उत्तरी और पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान में तेजी से गिरावट आई है। पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर ठंड का असर विभिन्न स्तरों पर महसूस किया जा रहा है। सरगुजा में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बस्तर में वहां से अपेक्षाकृत ठंड थोड़ी कम है, लेकिन मैदानी इलाकों रायपुर, बिलासपुर समेत प्रदेश के अन्य जगहों पर सर्दी का सितम कम नहीं है।
प्रदेशभर के प्रमुख जिलों का तापमान
- सरगुजा और आस-पास के क्षेत्र:
अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मैनपाट और सामरी में यह 6.7 डिग्री तक गिर चुका है, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। यहां शीतलहर के हालात हैं। - उत्तर छत्तीसगढ़ (सरगुजा संभाग):
बलरामपुर और कोरिया में न्यूनतम तापमान क्रमशः 10.1 डिग्री और 12.9 डिग्री दर्ज किया गया है। यह सामान्य से नीचे है। - रायपुर और मैदानी इलाके:
राजधानी रायपुर में न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस है, जो ठंड का हल्का अनुभव करा रहा है। दुर्ग और भिलाई जैसे शहरों में न्यूनतम तापमान क्रमशः 14.6 डिग्री और 12 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। - बस्तर संभाग:
दक्षिणी छत्तीसगढ़ के इलाकों में हल्की ठंड है। जगदलपुर में न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री के आसपास है।
मौसम वैज्ञानिकों का विश्लेषण
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत से आने वाली ठंडी और शुष्क हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। उत्तर छत्तीसगढ़ में तापमान सामान्य से 2-5 डिग्री कम है, और अगले कुछ दिनों में इसमें और गिरावट का अनुमान है। दूसरी ओर, मैदानी और दक्षिणी इलाकों में ठंड हल्की बनी रहेगी।
ठंड से बचाव के उपाय
- सर्दी से बचने के लिए पहनावा: गर्म कपड़े, जैसे ऊनी स्वेटर, जैकेट, और मफलर का उपयोग करें। सिर और कान को ढंकना अनिवार्य है।
- डाइट में बदलाव: गर्म पेय पदार्थ जैसे अदरक वाली चाय, सूप, और हर्बल टी का सेवन करें। भोजन में गुड़, मेवे, और हल्दी का उपयोग करें।
- हीटर और ब्लोअर: घरों में हीटर या ब्लोअर का उपयोग करें, लेकिन बंद कमरों में उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें।
- विशेष ध्यान: बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
- सामुदायिक सहायता: जरूरतमंदों को कंबल और गर्म कपड़े वितरित करने में मदद करें।
शीतलहर फिलहाल अभी नहीं
प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र (सरगुजा संभाग) में ठंड अपने चरम पर है, जबकि दक्षिणी और मैदानी क्षेत्रों में हल्की ठंड महसूस हो रही है। शीतलहर से बचने के लिए पर्याप्त तैयारी और सतर्कता आवश्यक है।