00 कई वार्ड ऐसे भी हैं जहां से किसी ने भी आवेदन नहीं किया
00 कुछ वरिष्ठ पार्षद पत्नियों को कर रहे सामने
बिलासपुर। बिलासपुर नगर निगम चुनाव 2025 में कांग्रेस की टिकट पाने की दौड़ तेज हो गई है। टिकट के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख पर शहर और ग्रामीण कांग्रेस कमेटी कार्यालयों में प्रत्याशियों का हुजूम उमड़ पड़ा। 150 से अधिक आवेदन शहर कांग्रेस कमेटी और 40 आवेदन ग्रामीण कांग्रेस कमेटी को प्राप्त हुए। महापौर और वार्ड पार्षद के पदों के लिए दिग्गज नेताओं और नए चेहरों ने आवेदन किया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्साह और प्रत्याशियों की तैयारी ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है।
महापौर पद: कांग्रेस में दिग्गजों की दावेदारी
महापौर पद के लिए कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मैदान में उतरने को तैयार हैं। अंतिम दिन पूर्व महापौर रामशरण यादव, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी 3 के अध्यक्ष विनोद साहू, अधिवक्ता नीलेश यादव (लक्की), पूर्व एमआईसी सदस्य भरत कश्यप, और अमित यादव ने आवेदन जमा किया। इसके अलावा, महिलाओं की ओर से सावित्री देवी और ममता साहू ने भी अपनी दावेदारी पेश की।
इन दावेदारों में से कई का कांग्रेस पार्टी में पुराना और सशक्त राजनीतिक आधार है। रामशरण यादव पूर्व में महापौर रह चुके हैं और उनकी लोकप्रियता अब भी बरकरार है। वहीं, विनोद साहू पार्टी के जमीनी नेता हैं, जिनकी पकड़ पार्टी संगठन में मजबूत मानी जाती है।
महिला उम्मीदवार भी पीछे नहीं
इस बार नगर निगम चुनाव में महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। महापौर पद के लिए सावित्री देवी और ममता साहू जैसे नामों के अलावा वार्ड पार्षद पद के लिए भी बड़ी संख्या में महिलाओं ने आवेदन किया है। इनमें असगरी बेगम, सीमा घृटेश, स्वर्णा शुक्ला, सरिता शर्मा, और सीमा पांडेय जैसे नाम शामिल हैं।
वार्ड पार्षद: नए चेहरों और अनुभवी नेताओं का मेल
वार्ड पार्षद पद के लिए कुल 270 आवेदन जमा हुए हैं। अंतिम दिन 190 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए। इनमें नए चेहरों के साथ-साथ कई अनुभवी नेता भी शामिल हैं।
प्रमुख दावेदारों में:
भूपेंद्र साहू
गौरव दुबे
सीताराम जायसवाल
राजेश शुक्ला
अमन गुप्ता
गुलनाज खान
रेखा रात्रे
प्रियंका यादव
प्रीति चंदा
राजेंद्र यादव लाला
इन दावेदारों में युवा और अनुभवी नेताओं का संतुलन देखा जा रहा है, जिससे पार्टी को चुनावी रणनीति में व्यापक लाभ मिलने की उम्मीद है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी मजबूत दावेदारी
शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कांग्रेस प्रत्याशियों की ओर से बड़े पैमाने पर आवेदन किए गए। ग्रामीण कांग्रेस कमेटी को 40 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें कई युवा और नए चेहरे शामिल हैं।
टिकट की दौड़ में कांग्रेस का उत्साह
कांग्रेस कार्यालयों में आवेदन जमा करने वालों की भीड़ इस बात का संकेत है कि पार्टी के प्रति कार्यकर्ताओं का विश्वास मजबूत है। 10 से 12 जनवरी तक चले आवेदन प्रक्रिया में उम्मीदवारों ने टिकट पाने के लिए जोर-शोर से आवेदन किया।
कांग्रेस के प्रवक्ता ऋषि पांडेय ने कहा, “कार्यकर्ताओं का जोश इस बार बेमिसाल है। यह नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत का संकेत है।”
क्या है राजनीतिक मायने
कांग्रेस की टिकट के लिए मची होड़ से यह साफ है कि पार्टी के पास मजबूत नेतृत्व और गहरी जमीनी पकड़ है। दावेदारों की बड़ी संख्या पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है।
महापौर पद के लिए इतने आवेदन:
महापौर पद के लिए इतने बड़े स्तर पर दावेदारी कांग्रेस के अंदर नेतृत्व की बहुलता और पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दर्शाती है।
पार्षद पद के लिए नए चेहरों का आना:
नए चेहरों के जुड़ने से पार्टी को स्थानीय स्तर पर सशक्त करने में मदद मिलेगी।
इस पर भी नजर डालिए
महापौर पद: 11 दावेदार, जिनमें दिग्गज नेताओं के साथ नए चेहरे शामिल।
पार्षद पद: 270 आवेदन, अंतिम दिन 190 आवेदन जमा हुए।
महिला भागीदारी: बड़ी संख्या में महिलाओं ने महापौर और पार्षद पद के लिए आवेदन किया।
ग्रामीण क्षेत्रों की भागीदारी: 40 से अधिक आवेदन ग्रामीण कांग्रेस कमेटी को प्राप्त।
कांग्रेस का आंतरिक लोकतंत्र: दावेदारों की संख्या से पार्टी के आंतरिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया का संकेत।
कांग्रेस के लिए परीक्षा की घड़ी
बिलासपुर नगर निगम चुनाव 2025 कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। टिकट के लिए उमड़ी भीड़ और पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह इस बात का संकेत है कि कांग्रेस इस बार मजबूत तरीके से चुनाव मैदान में उतरेगी। महापौर और पार्षद पद के लिए आए भारी संख्या में आवेदन जोर आजमाइश की ओर इशारा करते हैं।
अब देखना यह होगा कि पार्टी किस तरह इन दावेदारों में से सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों का चयन करती है और चुनाव में कैसा प्रदर्शन करती है। कांग्रेस के सामने चुनौती यह होगी कि टिकट वितरण में पारदर्शिता और सामंजस्य बनाए रखते हुए सभी गुटों को संतुष्ट रखा जाए।
गुटबाजी से होगा बचाना
यह चुनाव कांग्रेस के लिए सत्ता में अपनी पकड़ को मजबूत करने का अवसर है। यदि पार्टी इस बार अपने आंतरिक विवादों से बचते हुए सही रणनीति अपनाती है, तो उसे न केवल नगर निगम में सफलता मिलेगी, बल्कि राज्य और केंद्र स्तर पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
एनएसयूआई प्रदेश महासचिव सोहेल ने भी ठोकी दावेदारी
Nsui प्रदेश महासचिव सोहेल ख़ान ने पेश की अपनी दावेदारी ।। वार्ड न 29 संजय गांधी नगर से होंगे पार्षद पद हेतु कांग्रेस से प्रबल दावेदार हैं।
छात्र राजनीति से अपना राजनीतिक सफ़र शुरू करने वाले संजय गांधी नगर तारबहार निवासी सोहेल ख़ान ने अपने वार्ड से पार्षद पद हेतु अपनी दावेदारी पेश की ।
आपको बता दें कि मौजूदा एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव के पद में पदरस्थ सोहेल ख़ान कांग्रेस के बहुत ही सक्रिय कार्यकर्ता है और वे वार्ड में लगातार नागरिकों के प्रति समर्पित रहते है एवं समाजिक गतिविधियों मे भी शामिल रहते है सोहेल के द्वारा पार्षद पद हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया है और बताया जाता है कि अब उनकी दावेदारी काफी मज़बूत समझी जा रही है। कांग्रेस पार्टी अगर एक युवा को मैदान उतारती है तो निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी की झोली में ये वार्ड जा सकता है । सोहेल ख़ान एक सामान्य परिवार से है और बहुत कम उम्र से राजनीति में सक्रिय है वे पूर्व विधायक शैलेश पांडे के ख़ास माने जाते है और उनकी दावेदारी मज़बूत समझी जा रही है।
इखलाक ने किया आवेदन जमा
शहीद विनोद चौबे वार्ड क्रमांक 32 से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में इखलाक अली ने किया आवेदन जिसमें शहर अध्यक्ष विजय पांडे ब्लॉक कांग्रेस कमेटी 01 अध्यक्ष जावेद मेमन जी को दिया गया इखलाक अली के सात युवा कांग्रेस शहर अध्यक्ष शेरु असलम शिव नायडू डॉ ऋषि कश्यप अविनाश हुमने नाजिम अली रिजवी फिरोज बैग़ साथियों के साथ किया आवेदन।