Latest news

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बीएड अभ्यर्थियों की अनुनय यात्रा पर प्रशासन ने लगाई रोक, सरगुजा से रायपुर जाने थे निकले

Mohammed Israil
Mohammed Israil  - Editor
3 Min Read

00 2500 से अधिक अभ्यर्थियों के सामने रोजगार का संकट

बिलासपुर। छत्तीसगढ़  में सहायक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर बीएड और डीएड अभ्यर्थियों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। हाई कोर्ट के हालिया आदेश के बाद बीएड अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है, जिससे उनका भविष्य अधर में लटक गया है। इसी के विरोध में बीएड अभ्यर्थियों ने रायपुर तक अनुनय यात्रा निकालने का फैसला किया, लेकिन जिला प्रशासन ने उनकी यात्रा को अनुमति नहीं दी।

सरगुजा संभाग से शुरू हुई यह यात्रा सोमवार को बिलासपुर पहुंची। यात्रा को प्रशासन ने पहले अनुमति दी थी, लेकिन बाद में उसे निरस्त कर दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई से नाराज अभ्यर्थियों ने अपनी यात्रा को जारी रखने की मांग की। उनका कहना है कि राज्य सरकार के अधीन डेढ़ साल तक सेवाएं देने के बावजूद उन्हें अब न्यायपालिका के आदेश के चलते हटाया जा रहा है। इससे उनके सामने आजीविका का गंभीर संकट खड़ा हो गया है।

बीएड अभ्यर्थियों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान निकालना चाहिए। अभ्यर्थियों ने यह भी कहा कि उनका विरोध शांतिपूर्ण है, लेकिन यदि उनकी आवाज अनसुनी की गई तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

हाई कोर्ट का आदेश: डीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिकता
छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने सहायक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर बड़ा फैसला सुनाते हुए प्राथमिक शिक्षक पद के लिए केवल डीएड (डिप्लोमा इन एजुकेशन) अभ्यर्थियों को पात्र माना है। कोर्ट ने यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति और शिक्षा के प्राथमिक स्तर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लिया।

बीएड (बैचलर इन एजुकेशन) अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है, क्योंकि कोर्ट का मानना है कि प्राथमिक शिक्षा के लिए डीएड अभ्यर्थी अधिक उपयुक्त हैं। कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया है कि वह डीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिकता देते हुए भर्ती प्रक्रिया पूरी करे।

इस फैसले के कारण बीएड अभ्यर्थियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वे पिछले डेढ़ साल से सहायक शिक्षक के रूप में सेवाएं दे रहे थे। अब इस फैसले के बाद उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इस फैसले से उनके करियर और आजीविका पर सीधा असर पड़ा है।

खबर को शेयर करने के लिए क्लिक करे।।