00 जोगी का सतनामी समाज के लिए विशेष अपील
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नेता अमित जोगी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर सतनामी समाज के अनुयायियों से एक खास अपील की है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उससे जुड़ी विचारधारा के व्यक्तियों को बाबा गुरु घासीदास की जयंती कार्यक्रमों में आमंत्रित न करें।
141 कार्यक्रमों में मिला निमंत्रण
अमित जोगी ने जानकारी दी कि उन्हें अब तक 141 जयंती कार्यक्रमों का निमंत्रण मिला है। इनमें से 98 कार्यक्रमों में भाजपा से जुड़े पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे ऐसे किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे जहाँ बाबा गुरु घासीदास को भगवान का अवतार बताने वाले लोग उपस्थित होंगे।
जोगी का विरोध क्यों?
अमित जोगी का मानना है कि बाबा गुरु घासीदास का विचारधारा से कोई मेल नहीं है, और उन्हें किसी धार्मिक अवतार के रूप में पेश करना उनकी शिक्षाओं के साथ अन्याय है। इस बयान के बाद सतनामी समाज में यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है।
बाबा गुरु घासीदास कौन थे?
बाबा गुरु घासीदास 18वीं शताब्दी के महान संत थे, जिन्होंने सतनाम पंथ की स्थापना की। उन्होंने समाज में जाति-पांति और छुआछूत के खिलाफ आवाज उठाई। बाबा ने “सतनाम” के सिद्धांत को अपनाने और जीवन में सत्य को प्राथमिकता देने का संदेश दिया। सतनामी समाज आज भी उनकी शिक्षाओं का पालन करता है।
राजनीति गरमाएगी
अमित जोगी का यह बयान छत्तीसगढ़ की राजनीति में भाजपा के खिलाफ एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। आने वाले समय में यह मुद्दा राजनीतिक हलकों में गर्मा सकता है, खासकर बाबा गुरु घासीदास की जयंती के कार्यक्रमों के दौरान। जोगी का यह रुख भाजपा के सतनामी समाज से जुड़ाव को चुनौती देने वाला है।