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धान खरीदी और उठाव ठप, एक्शन मोड पर जिला प्रशासन :  दो राइस मिलों पर छापा, स्टॉक जब्त, सीलिंग के साथ काटी बिजली…

Mohammed Israil
Mohammed Israil  - Editor
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00 कार्रवाई से राइस मिलर्स में मचा हड़कंप

बिलासपुर। जिले में धान खरीदी और कस्टम मिलिंग प्रक्रिया में गड़बड़ियों को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। रविवार को बिल्हा और पंधी में स्थित दो राइस मिलों, श्री हनुमान राइस मिल और एस.डी. राइस मिल, पर छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में प्रशासन ने दोनों मिलों में रखे चावल और धान के बड़े स्टॉक को जब्त कर लिया है। इसके अलावा हनुमान राइस मिल को सील कर उसका बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया है। मालूम हो कि राइस मिलर संगठन ने उठाव बंद कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया था। इसे लेकर अफसरों में नाराजगी देखी जा रही है।

कस्टम मिलिंग में गड़बड़ियां
जिले में कस्टम मिलिंग और धान उठाव की प्रक्रिया को लेकर बढ़ती उदासीनता ने प्रशासन को यह कदम उठाने पर मजबूर किया। दोनों मिलों पर यह आरोप था कि उन्होंने निर्धारित समय पर धान का उठाव नहीं किया और कस्टम मिलिंग के काम में भी कोताही बरती। इस वजह से सरकारी योजनाओं के तहत धान से चावल तैयार कर वितरण की प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी।

धान खरीदी की मौजूदा स्थिति
धान खरीदी का मौजूदा सीजन अपने चरम पर है, लेकिन प्रशासन को मिलरों की सुस्ती के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी मंडियों में बड़ी मात्रा में धान की आवक हो रही है, लेकिन उठाव और चावल तैयार करने का काम धीमी गति से चल रहा है। इससे न केवल किसानों को भुगतान में देरी हो रही है, बल्कि सरकारी भंडारण प्रणाली पर भी दबाव बढ़ रहा है।

कोताही और गड़बड़ी की तो होगी बड़ी कार्रवाई
इस कार्रवाई के जरिए प्रशासन ने जिले के सभी मिलरों को स्पष्ट संदेश दिया है कि कस्टम मिलिंग में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला अधिकारियों का कहना है कि आगे भी निरीक्षण जारी रहेगा और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे उम्मीद है कि जिले में धान खरीदी और चावल उत्पादन की प्रक्रिया में सुधार होगा।

जिला राइस मिलर संगठन ने कस्टम मीलिंग के समर्थन में कलेक्टर को पत्र भेजा

जिला राइस मिलर संगठन ने हाल ही में कलेक्टर को पत्र लिखकर कस्टम मीलिंग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। संगठन ने कस्टम मीलिंग का कार्य करने का समर्थन करते हुए यह सुनिश्चित किया कि वे इस दिशा में हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे। पत्र में उल्लेख किया गया है कि कस्टम मीलिंग किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए लाभदायक है।

संगठन ने यह भी कहा कि कस्टम मिलिंग से किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिलने में मदद मिलेगी, साथ ही यह प्रक्रिया स्थानीय बाजार को भी मजबूती प्रदान करेगी। इसके अलावा, राइस मिलर संगठन ने जिला प्रशासन से यह आग्रह किया कि वे कस्टम मिलिंग के कार्य को और सुचारू बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि संगठन ने पहले भी ऐसे कार्यों में सहयोग दिया है और भविष्य में भी कृषि क्षेत्र और किसानों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। यह पहल न केवल किसानों की आय में वृद्धि करेगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।

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