00 स्थानीय जैव विविधता के लिए खतरा
बिलासपुर,जशपुरनगर। छत्तीसगढ़ के जयपुर जिले के बझांपीदरहा के दोड़की नदी में मंगलवार सुबह मछुआरे जलदेव भगत और उनके साथियों के जाल में एक अनोखी मछली फंसी, जिसे देखकर सभी हैरान रह गए। यह मछली ब्राजील के अमेज़न नदी की दुर्लभ प्रजाति सकर माउथ कैटफिश (Hypostomus plecostomus) है। इसकी पहचान मछली पालन विभाग के अधिकारियों और जंतु विज्ञान विशेषज्ञों ने की।
अनोखी लेकिन खतरनाक मछली
सर्वाहारी स्वभाव: यह मछली आसपास के जीव-जंतुओं और वनस्पतियों को भोजन के रूप में इस्तेमाल करती है, जिससे स्थानीय जैव विविधता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
मांसाहारी प्रजाति: यह मछली अन्य मछलियों और जलीय जीवों का शिकार करती है, जिससे खाद्य श्रृंखला असंतुलित हो जाती है।
फूड वैल्यू नहीं: इसका स्वाद बेस्वाद होने के कारण यह मानव उपभोग के लिए अनुपयोगी है।
इकोसिस्टम के लिए खतरा: इसे “जलीय लेंटाना” भी कहा जा सकता है, क्योंकि यह आक्रामक प्रजाति जल के अन्य जीवों को नष्ट कर देती है।
ग्रामीणों में कौतूहल
इस मछली को देखने के लिए झांपीदरहा गांव के आसपास बड़ी संख्या में लोग जुट गए। मछली पालन विभाग ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी है। सहायक मछली पालन अधिकारी जितेंद्र पैंकरा ने बताया कि इसे नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे, क्योंकि यह मछली स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए गंभीर खतरा है।
यह कहां-कहां मिल चुकी है?
क्या करना चाहिए
1. मछली को स्थानीय जल निकायों में फैलने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
2. ग्रामीणों और मछुआरों को जागरूक किया जाए ताकि वे इस मछली को संरक्षित न करें।
3. वैज्ञानिकों और मछली पालन विभाग को मिलकर इसे नियंत्रित करने की रणनीति बनानी होगी।