00 कलेक्टर ने एक को किया टर्मिनेट तो दूसरा सस्पेंड
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकासखंड क्षेत्र के दो स्कूलों में शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाली घटना घटी। दोनों ही मामले को कलेक्टर और स्कूल शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लेते हुए एक शिक्षक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया तो दूसरे को निलंबित किया गया है । साथ ही मामले में जांच का आदेश दिया गया है।
पहला मामला: सातवीं कक्षा की छात्रा के साथ की गंदी हरकत
बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकासखंड के स्वामी आत्मानंद हिंदी-अंग्रेजी माध्यम स्कूल के लैब अटेंडेंट असिस्टेंट टीचर ने सातवीं कक्षा की छात्रा से गंदी हरकत की। इसकी शिकायत परिजन ने विभाग के उच्च अधिकारियों से की, लेकिन प्राचार्य और अफसर जांच का बहाना बनाते रह गए, जिससे परेशान परिजनों ने थाने में FIR दर्ज करा दी।कलेक्टर ने इस केस में फरार असिस्टेंट टीचर को बर्खास्त कर दिया है। मालूम हो कि स्वामी आत्मानंद हिंदी-अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पचपेड़ी में संविदा भर्ती के तहत सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला के पद पर एमडी शहजाद की नियुक्ति हुई थी। इस दौरान मो. शहजाद स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्रा से अश्लील हरकतें करता था, जिससे छात्रा परेशान थी।
आरोपी टीचर को भगाने प्राचार्य पर आरोप
शिकायत के बाद बीते 23 नवंबर को शिक्षा विभाग के मस्तूरी विकासखंड के अफसर जांच के लिए स्कूल पहुंचे। इस दौरान छात्रा के परिजन को भी बुलाया गया। आरोप है कि जांच अधिकारियों के आने की खबर मिलते ही प्राचार्य संतोष कोसले ने आरोपी टीचर शहजाद को स्कूल से भगा दिया।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बरती लापरवाही
इधर, शिक्षा विभाग के अफसर इस मामले में लापरवाही बरत रहे थे। उनका कहना था कि उन्होंने मामले की जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को सौंप दी है। लेकिन, एक सप्ताह बाद भी कार्रवाई नहीं होने से परेशान परिजन मामले की शिकायत लेक पचपेड़ी थाना पहुंच गए।
उनकी शिकायत पर पुलिस ने आरोपी टीचर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। हालांकि, इस दौरान आरोपी टीचर फरार हो गया था, जिसके चलते उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
जांच में साबित हुआ आरोप
FIR दर्ज होने के बाद कलेक्टर अवनीश शरण ने दो सदस्यीय जांच टीम गठित की और उन्हें स्कूल भेजा। जांच टीम के द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के अनुसार कक्षा सातवीं की एक छात्र को सहायक शिक्षक विज्ञान प्रयोगशाला एमडी शहजाद के द्वारा गलत नियत से बेड टच किया जाता था और वो अश्लील हरकतें करता था।जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने असिस्टेंट टीचर को नोटिस जारी कर दो दिन के भीतर जवाब मांगा। लेकिन, उसने नोटिस का संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। कलेक्टर ने उसके कृत्य को अनुशासनहीनता मानते हुए सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत होने के कारण उसकी नियुक्ति निरस्त करने का आदेश दिया है।
दूसरा मामला: नशे में स्कूल पहुंचने का आरोप
शराब के नशे में स्कूल जाने के आप से घिरे शिक्षक को डीईओ ने निलंबित कर दिया है। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। खबर के प्रकाशित होने के बाद मामले की जांच शुरू की।मामले में मस्तूरी बीईओ ने शशि भूषण मरावी शिक्षक के खिलाफ़ जांच प्रतिवेदन डीईओ कार्यालय प्रस्तुत किया। मामले में डीईओ टी आर साहू ने तत्काल शिक्षक को निलंबित कर दिया है। आपको बता दे कि 2 दिनों पहले जिले के मस्तूरी विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बहतरा के जनपद प्राथमिक शाला में पदस्थ सहायक शिक्षक शशि भूषण मरावी का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें वह शराब के नशे में धुत्त होकर स्कूल के पास ही भटकते मिले थे। सूत्रों के अनुसार स्कूल के समय मे शराब पीकर नशाखोरी करने वाले इस शिक्षक के खिलाफ कई बार शिकायत हो चुकी है बावजूद इसके उन पर कोई सख्त कार्रवाई नही की गई थी।