00 दहशत में घरों से निकले लोग
बिलासपुर।: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके सुकमा बीजापुर और दंतेवाड़ा में सुबह 7:32 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का असर सुकमा मुख्यालय के साथ कोंटा, दोरनापाल, और गादीरास जैसे इलाकों में भी देखा गया। झटकों के तुरंत बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। हालांकि, राहत की बात यह है कि अब तक किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।
जब धरती हिलने लगी
सुबह अचानक जमीन में कंपन महसूस होते ही स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। भूकंप के हल्के झटके होने के बावजूद कई लोग डर के कारण घरों से बाहर निकल आए। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में भूकंप का असर ज्यादा महसूस किया गया। लोग भयभीत होकर खुले स्थानों पर पहुंच गए।
प्रशासन ने कहा अफवाहों से सावधान रहें
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखनी शुरू कर दी। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से बचने और सतर्क रहने की अपील की है। भूकंप विज्ञान केंद्र से सटीक जानकारी और झटकों की तीव्रता का विवरण अभी प्रतीक्षित है।
भूकंप के कारण:
भूकंप का मुख्य कारण धरती के अंदर टेक्टोनिक प्लेटों का आपस में टकराना होता है। जब ये प्लेटें अचानक खिसकती हैं, तो ऊर्जा के तेज़ झटके पैदा होते हैं, जिससे भूकंप आता है। सुकमा जैसे क्षेत्र, जो भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील हैं, कभी-कभी हल्की से मध्यम तीव्रता के भूकंप की चपेट में आ सकते हैं।
📌 भूकंप से बचाव के तरीके:
- भूकंप के समय:
घबराएं नहीं और तुरंत मजबूत फर्नीचर (जैसे टेबल) के नीचे छिपें।
खुले स्थानों पर जाएं और इमारतों से दूर रहें।
लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
- घरों में सावधानी:
भारी सामान या फर्नीचर को दीवार से अच्छी तरह से बांधकर रखें।
बिजली और गैस की आपूर्ति बंद कर दें।
- बाहरी क्षेत्र में:
पेड़, बिजली के खंभों और इमारतों से दूर रहें।
सुरक्षित और खुले स्थानों पर जाने का प्रयास करें।
- भूकंप के बाद:
इमारतों में दरार की जांच करें।
आपातकालीन सेवाओं की जानकारी रखें।
जागरूक होने की जरूरत
सुकमा में आए इस भूकंप ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। हालांकि किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन यह घटना यह संकेत देती है कि इस क्षेत्र में भूगर्भीय हलचलें सक्रिय हैं। प्रशासन ने लोगों से शांत रहने और सतर्कता बरतने की अपील की है। भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सभी को जागरूक और तैयार रहना जरूरी है।