अनुष्ठान का इतने सुनियोजित एवं भव्य रूप में आयोजन की बधाई- विमल चोपड़ा
जैन आगम में इस अनुष्ठान का बहुत ही बड़ा महत्व – सुरेंद्र मालू
समाज को ऐसा चमत्कारी व्यक्तित्व सौभाग्य से ही प्राप्त होता है- दीपक जैन
बिलासपुर । विश्व शांति तथा प्राणीमात्र की सुख-समृद्धि व कल्याण की मंगल कामना के साथ श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर क्रांतिनगर बिलासपुर में आयोजित हुए श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान के सम्पन्न होने के उपरांत जैन सभा बिलासपुर एवं अन्य कई समाज और समूहों द्वारा इस अनुष्ठान के आयोजक श्रीमंत सेठ प्रवीण शकुन जैन, श्रीमंत विनोद रंजना जैन, श्रीमंत सेठ प्रवीण सविता जैन, डॉक्टर विशाल डॉक्टर रेशु जैन, विकास अंकिता जैन, अभिषेक वर्षा जैन, विवान, रियाना, अबीर अबीरा एवं समस्त कोयला परिवार का सम्मान किया गया। न केवल जैन समाज बल्कि अन्य समाज यह लोगों वह समूहों ने पूरे कोयला परिवार का सम्मान किया।
श्री जैन श्वेताम्बर श्रीसंघ की तरफ से विमल चोपड़ा, संजय कोठारी, नरेंद्र मेहता, सुभाष श्रीश्रीमाल, रुपेश गोलछा, रविंद्र जिन्दानी, ज्योति चोपड़ा, प्रमिला चोपड़ा, संगीता चोपड़ा, चंदन चोपड़ा, ललिता कोठारी, पुष्पा श्री श्रीमाल ने श्रीमंत सेठ विनोद रंजना जैन का शाल, श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र देकर सम्मान किया। विमल चोपड़ा ने अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए कहा कि कोयला परिवार ने इस महान अनुष्ठान का आयोजन करके न केवल पूरे जैन समाज बिलासपुर एवं पूरी बिलासपुर की जनता को जो धर्म लाभ करवाया है उसकी कोई तुलना नहीं की जा सकती। इस अनुष्ठान का इतने सुनियोजित तरीके से इतने भव्य रूप में आयोजन करना आसान कार्य नहीं है, विनोद जैन जी एवं उनके पूरे परिवार के पुण्य की हम अनुमोदना करते हैं।
श्री जैन तेरापंथी समाज की ओर से सुरेन्द्र मालू, विनोद लुनिया, चंद्र प्रकाश बोथरा, मेहुल छल्लानी, ललिता मालू, रश्मि छल्लानी, शशि भैयानी, रमेश भैयानी, ज्योति भैयानी, संगीता भैयानी, इंदु लुनिया, कुसुम लुनिया ने विनोद जी एवं रंजना जी का सम्मान किया। सुरेंद्र मालू ने कहा कि जैन आगम में इस अनुष्ठान का बहुत ही बड़ा महत्व है, अतः इस अनुष्ठान में सम्मिलित सैकड़ो लोगों को पुण्य लाभ मिला है। चूँकि इस अनुष्ठान का आयोजन कोयला परिवार ने किया था इसलिए इस अनुष्ठान से पुण्य लाभ करने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के पुण्य का एक हिस्सा विनोद रंजना जी के हिस्से में जाएगा। जैन समाज बिलासपुर गौरवान्वित है ऐसे परिवार को अपने बीच पाकर।
श्रीमंत सेठ विनोद रंजना जैन को जिनशरणम तीर्थ क्षेत्र में आचार्य श्री पुलक सागर जी महाराज के सानिध्य में आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव में भगवान के माता-पिता बनने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ था। श्री सिद्ध चक्र विधान का आयोजन करके एवं पंचकल्याणक महामहोत्सव में भगवान के माता-पिता बनकर विनोद रंजना जैन ने बिलासपुर जैन समाज को दुगना गौरवान्वित किया है। अतः आज के इस सम्मान समारोह में दिगंबर जैन समाज बिलासपुर की तरफ से उनके परिवार को इन दोनों पुण्य कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष दीपक जैन ने सम्मान पत्र का वाचन करते हुए कहा कि श्रीमंत सेठ विनोद जैन बहुत ही कर्मठ, धैर्यवान, सहज, सरल स्वभावी, हिम्मती, मुनि भक्ति एवं समाज की उन्नति एवं समग्र विकास के प्रति समर्पित व्यक्ति हैं। जैन समाज के लोगों को रोजगार देकर या जरूरत पड़ने पर सभी तरह की सहायता को आप सदैव तत्पर रहते हैं।आपका यही नेतृत्व बिलासपुर जैन समाज को एकजुट और संगठित बनाए हुए है और पूरे देश में एक मिसाल बनी हुई है।आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की मंगल प्रेरणा से आपने मंदिर निर्माण, बच्चियों के लिए शिक्षा, हथकरघा, जैन धर्मशाला निर्माण, गरीब बच्चों की सहायता एवं गौशाला संचालन जैसे लोकहित के कार्यों में अपना तन मन और धन देकर भारतीय संस्कृति की महती सेवा कर रहे हैं। 73 वर्ष की आयु में भी एक युवक की उम्र के बराबर कार्य करने की क्षमता रखते हैं। उद्योगपति एवं लक्ष्मीपति होते हुए भी निरहंकारी, सरल स्वभावी, संवेदनशील, परहितों के लिए समर्पित व्यक्तित्व हैं।समाज को ऐसा चमत्कारी व्यक्तित्व सौभाग्य से ही प्राप्त होता है। आप स्वस्थ एवं दीर्घायु रहते हुए समाज के बहुआयामी विकास एवं संरक्षण में निरंतर हम सभी को मार्गदर्शित करते रहे, यही हमारी मंगल कामना है।
दिगंबर जैन सोशल ग्रुप की तरफ से सोशल ग्रुप की अध्यक्षा अमिता गोयल, डॉ. अरिहंत जैन, कमल जैन, गौरव जैन एवं अन्य सदस्यों ने कोयला परिवार का सम्मान किया। इसके साथ ही जैन महिला परिषद सरकंडा, स्वाध्याय एवं प्लेग्रुप क्रांति नगर बिलासपुर ने भी विनोद रंजना जी का सम्मान किया।
क्रांतिनगर सेवा समिति की तरफ से संदीप नोपानी, मनदीप गोस्वामी, परेश श्रीवास्तव ने विनोद जी का सम्मान करते हुए कहा कि क्रांति नगर जैन मंदिर में इस भव्य अनुष्ठान का आयोजन करके कोयला परिवार ने क्रांतिनगर वासियों का भाग्य चमका दिया है। इस पुनीत कार्य के लिए हम उनके पूरे परिवार का अभिनंदन एवं स्वागत करते हैं।