00 बलिदान की प्रतीकात्मक झांकी भी निकली
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 13 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में पंजाबी समाज ने भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया। इस शोभायात्रा की शुरुआत गुरुद्वारा श्री गुरूसिंघ साहिब, दयालबंद से हुई। निर्धारित समय पर शुरू हुआ यह नगर कीर्तन गांधी चौक, जूना बिलासपुर, गोल बाजार और सदर बाजार होते हुए सेंट्रल गुरुद्वारा गोंडपारा में संपन्न हुआ। पंज प्यारे, इस यात्रा की अगुवाई कर रहे थे, जिनका शहरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
नगर कीर्तन में सिक्ख समाज के इतिहास और गुरबानी के संदेश को एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। सफेद परिधान और केसरी दस्तार में सजे छोटे बच्चों का समूह भी आकर्षण का केंद्र बना रहा। बच्चों ने एक बग्घी में चार साहिबजादों के बलिदान की प्रतीकात्मक झांकी प्रस्तुत की, जो समाज में प्रेरणादायक संदेश का प्रतीक बनी।
संगत कीर्तन में शबद गाते हुए गुरु जी के उपदेशों का गुणगान कर रही थी। महिलाएं सफेद सूट और केसरी चुन्नी पहनकर शामिल हुईं, जिससे संगत में एकता और भव्यता का अनुभव हुआ। पाकिस्तान के ननकाना साहिब स्थित श्री गुरु नानक देव जी के जन्मस्थान की झांकी भी सजाई गई, जो श्रद्धालुओं का विशेष आकर्षण रही। इस झांकी के साथ लोगों ने सेल्फी ली और स्मृति के रूप में तस्वीरें खिंचवाईं।
तखतपुर से आए पंथी नृत्य समूह और भजन मंडली ने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को और भी मनोरम बना दिया। इस नगर कीर्तन में विशेष रूप से प्रशिक्षित बच्चों ने गतका मार्शल आर्ट का शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें तलवारबाजी, लाठीबाजी, और चक्र संचालन ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। लोग इन प्रदर्शनों को अपने मोबाइल में कैद करते दिखे।
समाज के अन्य समुदायों, जैसे सिंधी समाज और विभिन्न सेवा समितियों ने पूरे रास्ते फूलों की वर्षा, चाय-नाश्ते और अन्य सेवाओं का आयोजन किया। गांधी चौक में पंजाबी युवा समिति ने पुष्पवर्षा कर नगर कीर्तन का स्वागत किया।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और अन्य संगठनों ने इस बार स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया। पंज प्यारों की अगुवाई में सड़क को झाड़ू लगाकर, पानी छिड़ककर और फूलों की पंखुड़ियां बिछाकर स्वागत किया गया। प्रसाद वितरण के बाद कचरे को इकट्ठा कर निर्धारित स्थान पर फेंका गया, जिससे स्वच्छता का संदेश दिया गया।
सेंट्रल गुरुद्वारा गोंडपारा में नगर कीर्तन के समापन पर अरदास की गई। 15 नवंबर को विशेष दीवान सजाने की योजना है। इस भव्य आयोजन में प्रबंधक कमेटी दयालबंद, गोंडपारा, 27 खोली, सिरगिट्टी, यदुनंदन नगर, और तखतपुर की संगत ने सहयोग दिया।यह जानकारी गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ दयालबंद के सहसचिव डॉ चरणजीत सिंह गंभीर ने दी।