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छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों का भविष्य चौपट कर रहे हैं ये… कलेक्टर पहुंचे तो प्राचार्य समेत  निपट गए 5 शिक्षक

Mohammed Israil
Mohammed Israil  - Editor
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00 स्वामी आत्मानंद स्कूल जयरामनगर का मामला, पढ़ाई और सफाई दोनों में बारत रहे थे लापरवाही

00 शासकीय योजनाओं का मैदानी हालात जानने दौरे पर निकले डीएम

00 नेशनल हाईवे के निर्माण में आने वाली बाधाएं जल्द दूर होंगी

00 नए भवन में अस्पताल शिफ्ट करने दिए निर्देश

00 धान खरीदी केंद्रों में तैयारी का लिया जायज़ा

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों का भगवान ही मालिक है यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी। हाल यह है कि स्वामी आत्मानंद जैसे स्कूलों में पदस्थ शिक्षक भी बच्चों का भविष्य चौपट करने में लगे हैं। स्कूल विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को

कभी यहां की व्यवस्था जानने की फुर्सत तक नहीं मिलती। बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण आज जब सरकारी योजनाओं का जायजा लेने मैदान पर उतरे तो जयरामनगर स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल का हाल देखकर हैरान रह गए। उन्होंने गायब शिक्षकों और गंदगी पर काफी नाराजगी जाहिर की। साथ ही कलेक्टर अवनीश शरण ने स्वामी आत्मानंद स्कूल जयराम नगर की प्राचार्या समेत 5 शिक्षकों को निलंबित करने के निर्देश दिए। ये सब अनधिकृत रूप से स्कूल से नदारद थे। एक शिक्षक ने तो आने वाले दिन सोमवार का भी अपना हाजिरी रजिस्टर में चढ़ा दिया था। मध्याह्न भोजन की मेनू का भी पालन नहीं किया जा रहा था। कलेक्टर ने आज मस्तुरी ब्लॉक के जयराम नगर सहित कई ग्रामों का सघन दौरा किया। शासकीय योजनाओं का फील्ड स्तर पर क्रियान्वयन का हालात नजदीक से देखने निकले थे। निलंबन की अनुशंसा जिन शिक्षकों के विरुद्ध की गई है, उनमें स्वामी आत्मानंद स्कूल जयराम नगर की प्राचार्या श्रीमती एम मोइत्रा, व्याख्याता एलबी मनोज कुमार तिवारी, व्याख्याता एलबी उषा महानंद, व्याख्याता एलबी प्रदीप कुमार राठौर और संकुल समन्वयक गणेश राम मिरी शामिल है। डीपीआई और संयुक्त संचालक शिक्षा को यथा नियम निलंबन के प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं। कलेक्टर ने बिलासपुर जिले की सीमा में ढेका से मुड़पार तक राष्ट्रीय राजमार्ग ऑथोरिटी (एनएचएआई) द्वारा बनाए जा रहे सड़क मार्ग का निरीक्षण किया। ढेका के नजदीक भू अर्जन संबंधी कुछ मामला लंबित है। उन्होंने स्थल निरीक्षण कर मामले को समझा और एसडीएम बिलासपुर को आगे की कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। मामला पिछले लगभग दो साल से आगे नहीं बढ़ रहा था। बिलासपुर से उरगा राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की लगभग 17 किलोमीटर सड़क की सीमा इस जिले में आती है। उन्होंने सीमांत ग्राम मुड़पार तक दौरा कर निर्माण कार्य की प्रगति देखी। गुणवत्ता से हरगिज समझौता नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में आने वाली तमाम रुकावट को प्राथमिकता के साथ दूर किया जायेगा। कलेक्टर ने धान की खेतों का भी अवलोकन किया। जयराम नगर में मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य का भी जायज़ा लिया। उन्होंने बीएलओ से चर्चा कर जरूरी फॉर्मों की उपलब्धता और कामकाज की प्रगति की जानकारी ली। कलेक्टर ने जयराम नगर और मस्तुरी में स्वास्थ्य व्यवस्था का भी जायज़ा लिया। पीएचसी जयराम नगर में भवन के रिनोवेशन कार्य को तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए। आरइएस विभाग को ढाई लाख रुपए दिए गए हैं। उन्होंने अस्पताल की विभिन्न वार्डों का अवलोकन किया। दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी ली। परिसर में डॉक्टरों और स्टाफ के निवास के लिए 6 फ्लैट्स के उपयोग नहीं होने पर इसकी जांच के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आगे मस्तुरी सामुदायिक अस्पताल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने नए बने अस्पताल भवन में पुराने अस्पताल को शिफ्ट करने के निर्देश दिए। अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का भी अवलोकन किया। एसडीएम अमित सिन्हा, बिलासपुर एसडीएम पीयूष तिवारी, राष्ट्रीय राजमार्ग ऑथोरिटी के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

इन पर गिरी निलंबन की गाज

  1. श्रीमती एम मोइत्रा
    प्राचार्य
  2. श्री मनोज कुमार तिवारी
    व्याख्याता (एल बी)
  3. सुश्री उषा महानंद
    व्याख्याता (एल बी)
  4. श्री प्रदीप कुमार राठौर
    व्याख्याता (एल बी)
  5. श्री गणेश राम मिरी
    संकुल समन्वयक।
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