
Bilaspur Chhattisgarh बिलासपुर। मरीज कुसुम बाई बदला हुआ नाम उम्र 51 साल निवासी भाटापारा अपने बायें तरफ के जबड़े में एक महीने से सूजन से काफी परेशान थी इसके इलाज के लिए वह अनेक अस्पताल में जाँच के लिए जा चुकी थी परन्तु कही भी संतोषजनक जाच एवम महँगा उपचार होने के कारण इलाज नहीं हो पाया फिर वह सिम्स के दन्त चिकित्सा विभाग में पहुंची
मरीज से बीमारी की जानकारी लेने पर पाया गया की मरीज के दाये जबड़े में यह गठान पहले छोटा सामटर दाने के आकार का था और लगभग 3 महीने में यह बड़ा होता चला गया इस सूजन के कारण जबड़े में न कभी दर्द हुआ न मवाद निकला। परन्तु यह बढ़ते ही चला जारहा था
सूजन की प्राम्भिक जाँच करने के लिए आवश्क्य जबड़े का सी टी स्कैन एक्स रे व खून जाँच करवाया गया. सी टी स्कैन स्कैन में देखा गया की गठान हड्डी तक फैल गया का यह जबड़े की हड्डी को भी गला दिया था.. इस बीमारी को अमीलोब्लास्टोमा कहते है यह एक प्रकार का जबड़े का ट्यूमर है. इसके इलाज के लिए सर्जरी की तैयारी की गयी यह ऑपरेशन 3 से 4 घंटे तक चला ऑपरेशन से बाये तरफ की जबड़े को काटकर निकलागया तथारिकंस्ट्रक्शन टाइटेनियम प्लेट से जबड़े को जोड़ा गया
सिम्स के डीन डॉ. रमनेश मूर्ति एवम सुपरिंटेंडेंट डॉ. लखन सिंह के नेतृत्व में, दन्त चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संदीप प्रकाश एवम उनकी टीम में शामिल डॉ जंडेल सिंह ठाकुर डॉ हेमलता राजमणि डॉ केतकी कीनीकर डॉ प्रकश खरे का योगदान रहा. निश्चेतना विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मधुमिता मूर्ति एवम डॉ. भावना डॉ. मिल्टन देबरमा के नेतृत्व में एवम उनके टीम का सहयोग रहा
ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत संतोष जनक है