भारतीय जनतापार्टी के नेताओं के इशारे पर जनपद पंचायत कोटा में सभापति का चुनाव तीसरी बार स्थगित
जनपद सदस्यों को सभापति निर्वाचन हेतु बुलाया गया पर पीठासीन अधिकारी नदारद रहे
बिलासपुर कोटा।कोटा जनपद पंचायत में 21 अप्रैल सोमवार को सभापति का चुनाव होना प्रस्तावित था पीठासीन अधिकारी के नहीं पहुंचने के कारण चुनाव सम्पन्न नहीं हो सका। इस अलोकतांत्रिक रवैये से जनपद सदस्यों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया जनपद सदस्य सुबह 11 बजे निर्धारित समय पर चुनाव स्थल पंचायत भवन में उपस्थित हो गये थे चुनाव प्रक्रिया की प्रतिक्षा कर रहे थे लेकिन पीठासीन अधिकारी के अनुपस्थिति के कारण माहौल खराब हो गया था अधिकारी एसडीएम कोटा जनपद पंचायत सीईओ रेस्ट हाउस में रहे मगर पंचायत भवन नहीं पहुंचे जानबुझकर चुनाव की प्रक्रिया टाल दी गई। जनपद सदस्य धर्मेन्द्र देवांगन शंकरलाल सोनी राघवेन्द्र गहवई मनोज मरावी अलीबाबा कश्यप रामप्रसाद श्रीवास पुष्पेन्द्र कुमार गोड़ शिव बाई नेताम जमना बाई टेकाम रोहणी यादव उषा बाई कश्यप नेहा साहू आदि ने आरोप लगाया कि हम सब उपस्थित रहे लेकिन पीठासीन अधिकारी एसडीएम कोटा एस एस दुबे प्रक्रिया कराने नहीं पहुंचे। जनपद सदस्यों ने कहा है कि चुनाव न कराकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित किया जा रहा है। चुनाव नहीं होता है तो आने वाले दिनों में जनपद पंचायत का घेराव करेंगे।
कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव को जानकारी मिलने पर एसडीएम से बात कि उन्होंने कहा कि मैं कार्यवाई करता हूं मगर उन्होंने कोई कार्यवाई या प्रक्रिया का पालन नहीं किया। विधायक ने जिलाधीश से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन दूरभाष पर संपर्क नहीं हो सका। अटल श्रीवास्तव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का लोकतंत्र संविधान और चुनाव प्रक्रिया में विश्वास ही नहीं है। चुनाव प्रक्रिया को हर स्तर पर दूषित करने का कार्य भाजपा के नेता कर रहे है। किसके इशारे पर चुनाव की प्रक्रिया टाली गई जांच का विषय है।