00 पूर्व मेयर ने कहा मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही
बिलासपुर: कांग्रेस भवन में बैठक के दौरान हुए विवाद पर पूर्व मेयर राजेश पांडे ने खेद जताते हुए कहा है कि उनकी बातों को गलत समझा गया। उन्होंने कहा, “मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला गया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। राम को रावण समझ लिया गया, और यह विवाद इसी कारण उत्पन्न हुआ।” इसके साथ ही उन्होंने भाजपा में जाने की खबर को अफवाह करार दिया। साथी कहां की एक कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं।
बैठक के दौरान कांग्रेस प्रभारी सुबोध हरितवाल और पूर्व मेयर राजेश पांडे के बीच तीखी बहस हो गई थी। इस घटना के बाद शहर अध्यक्ष विजय पांडे ने पूर्व मेयर को नोटिस देकर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था।
वरिष्ठता और पार्टी हित में फैसला
दीपक बैज से मुलाकात के बाद पूर्व मेयर ने यह स्पष्ट किया कि वे पांच दशकों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं पार्टी का सीनियर कार्यकर्ता हूं और हमेशा जनहित के लिए लड़ता रहा हूं। निकाय चुनाव नजदीक हैं और पार्टी की छवि को नुकसान न पहुंचे, इसलिए मैं यह खेद प्रकट कर रहा हूं।”
राजनीतिक विवाद को रोकने की कोशिश
उन्होंने यह भी जोड़ा कि किसी भी अन्य राजनीतिक दल को इस विवाद से लाभ न उठाने दिया जाए, इसलिए यह कदम उठाया गया है। “मेरे ऊपर किसी प्रकार का दबाव नहीं है। पार्टी हित सर्वोपरि है और मैं हमेशा पार्टी के लिए कार्य करता रहूंगा,” उन्होंने कहा।
नगरीय निकाय चुनावों के मद्देनजर यह विवाद कांग्रेस के लिए चुनौती बन सकता था, लेकिन राजेश पांडे के खेद प्रकट करने से स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।