Bilaspur बिलासपुर । भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज और आधुनिक युग के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक, विराट कोहली ने 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने इंस्टाग्राम के जरिए अपनी टेस्ट क्रिकेट यात्रा को अलविदा कहने की घोषणा की। इस मौके पर विराट ने अपनी टेस्ट किट में एक तस्वीर साझा की और इस फॉर्मेट से जुड़ी अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।


कोहली का भावुक संदेश
विराट कोहली ने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीर के साथ लिखा, “टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह फॉर्मेट मुझे किस सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर साथ रखूंगा।”
उन्होंने आगे लिखा, “सफेद कपड़ों में खेलना एक बहुत ही निजी अनुभव है। शांत परिश्रम, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं। जब मैं इस फॉर्मेट से दूर जा रहा हूं, तो यह आसान नहीं है, लेकिन यह सही लगता है। मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है। मैं खेल के लिए, मैदान पर खेलने वाले लोगों के लिए और हर उस व्यक्ति के लिए दिल से आभार जता रहा हूं जिसने मुझे इस सफर में आगे बढ़ाया। मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।”
विराट का शानदार टेस्ट करियर
विराट कोहली ने 20 जून 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन टेस्ट से अपने करियर की शुरुआत की थी। पिछले 14 वर्षों में उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। कोहली ने अपने आक्रामक बल्लेबाजी शैली और नेतृत्व कौशल से टीम इंडिया को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई। जनवरी 2025 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया टेस्ट उनके करियर का अंतिम मैच साबित हुआ।
इस दौरान कोहली ने 123 टेस्ट मैच खेले और कई कीर्तिमान स्थापित किए। उन्होंने 49.53 की औसत से कुल 8,586 रन बनाए, जिसमें 28 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 254* रन का रहा। बतौर कप्तान, कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में टीम की अगुवाई की और भारत को 40 मैचों में जीत दिलाई, जो उन्हें भारत का सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनाता है।
भारतीय क्रिकेट में कोहली का योगदान
विराट कोहली का योगदान सिर्फ उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को फिटनेस, अनुशासन और प्रतिस्पर्धा के नए मानक दिए। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने विदेशों में टेस्ट मैच जीतने की क्षमता को विकसित किया। 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया।
कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2016 से 2020 तक लगातार 42 महीने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 स्थान बनाए रखा। उन्होंने न केवल बल्लेबाज के रूप में बल्कि एक प्रेरणादायक लीडर के रूप में भी अपनी छाप छोड़ी।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
विराट कोहली के संन्यास के ऐलान के बाद क्रिकेट जगत से कई प्रतिक्रियाएं आईं। भारतीय टीम के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “विराट का टेस्ट करियर युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा है।” आईसीसी ने भी उनके अद्भुत करियर के लिए उन्हें बधाई दी।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा, “विराट के बिना टेस्ट क्रिकेट पहले जैसा नहीं रहेगा। उन्होंने खेल को ऊंचे स्तर पर ले जाने का काम किया।”
भविष्य की संभावनाएं
विराट कोहली ने भले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया हो, लेकिन वह वनडे और टी20 प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कोहली अपनी बाकी ऊर्जा सीमित ओवरों के क्रिकेट और आईपीएल में लगाएंगे।
विराट कोहली: एक युग का अंत
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत है। उन्होंने अपने समर्पण, मेहनत और जुनून से न केवल भारतीय क्रिकेट बल्कि विश्व क्रिकेट को भी नई दिशा दी। टेस्ट क्रिकेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और प्यार उन्हें हमेशा इस खेल के इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाएगा।