बिलासपुर । सिम्स चिकित्सा संस्थान में गर्मी के प्रकोप के चलते हीटस्ट्रोक (लू) के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 21 अप्रैल 2025 को सिम्स के अधीक्षक डॉ. रमेश मूर्ति और प्रमुख डॉ. लखन सिंह द्वारा गर्मी से प्रभावित मरीजों के उपचार हेतु मेडिसिन वार्ड का निरीक्षण किया गया। इस दौरान यह पाया गया कि तेज गर्मी के कारण मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
मेडिसिन विभाग में अप्रैल माह के दौरान अब तक 417 मरीज भर्ती हो चुके हैं, जिनमें से 37 मरीज हीटस्ट्रोक से प्रभावित पाए गए। वर्तमान में मेडिसिन विभाग के विभिन्न वार्डों में इन मरीजों का इलाज चल रहा है। निरीक्षण के बाद वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों और विभागीय प्रमुखों के साथ हुई बैठक में इस समस्या पर गंभीरता से चर्चा की गई।
हीटस्ट्रोक के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सिम्स के मेडिसिन विभाग के आईसीयू और पीडियाट्रिक वार्ड में चार अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही, इन बेड्स को तुरंत उपयोग में लाने के लिए आवश्यक मंजूरी और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। बैठक में बताया गया कि अस्पताल में कुल 207 बेड पहले से संचालित हैं, और अतिरिक्त 35 बेड की आवश्यकता को पूरा करने के निर्देश दिए गए।
अधिकारियों ने हीटस्ट्रोक से प्रभावित मरीजों के लिए तत्काल कूलर, पंखे और साफ हवा की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर दिया। अस्पताल प्रशासन ने सभी चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे मरीजों के इलाज में पूरी सजगता और तत्परता बनाए रखें। मरीजों की सहूलियत के लिए व्हीलचेयर और ट्रॉलियों की व्यवस्था भी की गई है।
प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों से कहा कि मरीजों को हर संभव चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाए। सिम्स के अधीक्षक ने कहा कि इस पहल से गंभीर स्थिति में पहुंचे मरीजों को राहत मिलेगी और इलाज में किसी प्रकार की देरी नहीं होगी।