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सीएनजी टैंकर में टक्कर के बाद लगी भीषण आग, 5 लोगों की मौत और 30 से अधिक लोग झुलसे, 40 गाड़ियां जलकर राख

Mohammed Israil
Mohammed Israil  - Editor
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राजस्थान की राजधानी जयपुर में हादसा

राजस्थान।20 दिसंबर 2024 की सुबह राजस्थान की राजधानी जयपुर के अजमेर रोड पर स्थित भांकरोटा इलाके में एक भीषण हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। सीएनजी टैंकर और एक ट्रक की जोरदार टक्कर के बाद टैंकर में भयंकर आग लग गई। इस हादसे में पाँच लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई और 20 से 25 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दुर्घटना में 40 से अधिक गाड़ियां जलकर राख हो गईं।

कैसे हुआ हादसा?

सुबह लगभग 5:30 बजे, अजमेर रोड पर स्थित एक पेट्रोल पंप के पास सीएनजी टैंकर और ट्रक में टक्कर हो गई। टक्कर के कारण टैंकर में भीषण आग लग गई, जिसने आसपास खड़ी गाड़ियों और पेट्रोल पंप को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि 300 मीटर के दायरे में हर चीज जलकर राख हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि टैंकर के हिस्से सड़क पर बिखर गए और आग फैलने में केवल कुछ ही मिनट लगे।

मौके पर राहत और बचाव कार्य

घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 20 से अधिक गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं। लगभग 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। पुलिस और प्रशासन की टीम ने इलाके को तुरंत खाली कराया और आसपास के रास्तों को डायवर्ट कर दिया। घायलों को सवाई मान सिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

घटना के प्रभाव

हादसे के कारण अजमेर रोड पर भारी जाम लग गया। यातायात को तुरंत अन्य मार्गों पर डायवर्ट किया गया। दुर्घटना स्थल के पास स्थित एक पाइप फैक्ट्री और कुछ अन्य दुकानों को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के दौरान उठती लपटों और धुएं के कारण आसपास के लोगों में दहशत फैल गई।

मुख्यमंत्री और प्रशासन की प्रतिक्रिया

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एसएमएस अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिए कि घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की कमी न हो। मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और घायलों का निशुल्क इलाज कराने का आश्वासन दिया।

स्वास्थ्य मंत्री का बयान

स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने मीडिया को जानकारी दी कि अस्पताल में घायलों के इलाज के लिए विशेष बर्न वार्ड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि घायलों में से 50% की हालत गंभीर है और उनका उपचार विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम कर रही है।

आग के कारण और सुरक्षा उपाय

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि टैंकर में भरी सीएनजी गैस की वजह से आग तेजी से फैली। विशेषज्ञों का मानना है कि टैंकर और ट्रक के बीच हुई टक्कर के कारण गैस रिसाव हुआ, जिसने आग को भयंकर रूप दे दिया। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि ऐसे टैंकरों की नियमित जांच हो।

प्रभावित लोग और सहायता

हादसे में जिंदा जले पाँच लोगों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। प्रशासन ने डीएनए परीक्षण के माध्यम से उनकी पहचान करने का निर्णय लिया है। घायल व्यक्तियों के परिवारों को तुरंत सहायता प्रदान की जा रही है। राहत कार्यों के तहत प्रशासन ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर वाहनों की तेज रफ्तार और भारी वाहनों के अनुचित संचालन के कारण इस प्रकार की दुर्घटनाएं आम होती जा रही हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस क्षेत्र में वाहनों की गति पर सख्त निगरानी रखी जाए।

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