बिलासपुर। इस बार भी मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन और झांकी धूमधाम से शहर में निकलेगी।पुलिस लाइन स्थित बिलासागुड़ी में नवरात्रि पर्व के दौरान आयोजित होने वाले मूर्ति विसर्जन और झांकी के शांतिपूर्ण संचालन के लिए बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ शहर की विभिन्न दुर्गा समितियों के अध्यक्ष और सदस्य भी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी झांकी और मूर्ति विसर्जन के दौरान सुरक्षा और नियमों का पालन सुनिश्चित करना था।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप, नगर पुलिस अधीक्षक निमितेश सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली शअक्षय साबतरा, नगर पुलिस अधीक्षक सरकंडा श्री सिद्धार्थ बघेल, कार्यपालिक दंडाधिकारी पियूष तिवारी, सिविल लाइन थाना प्रभारी श प्रदीप आर्य, सिटी कोतवाली थाना प्रभारी शसुम्मत साहू, सरकंडा थाना प्रभारी शतोप सिंह नवरंग, और तारबाहर थाना प्रभारी श्री जय प्रकाश गुप्ता ने प्रमुख रूप से भाग लिया।बैठक में दुर्गा समितियों के सदस्यों को निर्देशित किया गया कि ध्वनि विस्तारक यंत्रों, डी.जे. और धुमाल का प्रयोग न्यायालय, शासन के निर्देशों के अनुरूप किया जाए। किसी भी प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल पूर्णत: प्रतिबंधित रहे।वालंटियर्स और फायर सेफ्टी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। इसके अलावा, अश्लील, अभद्र और फूहड़ फिल्मी गानों के इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। सभी समिति सदस्यों को यातायात नियमों का पालन करने और झांकी के दौरान मार्ग को पूरी तरह से अवरुद्ध न करने के लिए निर्देशित किया गया है, ताकि इमरजेंसी सेवाओं के लिए रास्ता खुला रखा जा सके।विसर्जन के लिए छठ घाट और पचरी घाट का चयन किया गया है, और छोटे बच्चों को विसर्जन के दौरान साथ न लाने की सलाह दी गई है। साथ ही, तैरना न जानने वाले लोगों को पानी से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में स्पष्ट रूप से कहा गया कि निर्देशों का पालन न करने पर संबंधित दुर्गा समिति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निगम भी तैयारी में जुटा
निगम ने विसर्जन के लिए तैयारी शुरू कर दी है।छठ घाट, जूना बिलासपुर प्रमुख विसर्जन स्थल रहेगा। इसके साथ ही नया पुल के साथ ही छठ घाट के साथ अन्य तालाबो में भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। पचरी घाट में कुंड बनाया जा रहा है वैसे भी विसर्जन के लिए अभी नदी में पर्याप्त पानी है, ऐसे में विसर्जन कार्य संपन्न करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आएगी। विसर्जन स्थल पर प्रकाश व्यवस्था के साथ ही स्टाल भी बनाया है, साथ ही पुलिस की टीम भी तैनात रहेगी। जो शांतिपूर्ण ढंग से विसर्जन कार्य संपन्न कराएंगे। इसी तरह गोताखोर भी तैनात रहेगे जो विसर्जन के लिए नदी में उतरने वालो पर नजर रखेंगे।विसर्जन का सिलसिला शनिवार की सुबह से ही शुरू हो गया है।बड़ी प्रतिमाओं को विसर्जित करने में कई बार दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में इन प्रतिमाओं के विसर्जन में सहायता निगम अपने क्रेन के माध्यम से करेगी। जिससे विसर्जन की प्रक्रिया निरंतर चलते रहेगी।