00 चिलचिलाती धूप में सैकड़ो की संख्या में वार्ड वासी पहुंचे प्रदर्शन के लिए
00 पाटिल ने प्रशासन को दी चेतावनी, कहां उनकी मांग नहीं मानी गई तो हजारों की संख्या में वार्ड वासी दिल्ली और रायपुर के लिए करेंगे कूच
बिलासपुर।
लिंगियाडीह के नागरिकों ने आज वार्ड नंबर 52 के पार्षद और कांग्रेस नेता दिलीप पाटिल के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए प्रस्तावित 120 फीट सड़क चौड़ीकरण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वसंत विहार चौक से दयालबंद पुल तक पहले से ही सड़क की चौड़ाई पर्याप्त है और नई योजना से घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों को बेघर होने का खतरा है।
सड़क चौड़ीकरण का विरोध क्यों?
लिंगियाडीह के नागरिकों ने अपनी आपत्ति में स्पष्ट किया कि यह क्षेत्र घनी बस्ती और पुराने मकानों से भरा हुआ है। प्रस्तावित 120 फीट चौड़ी सड़क के लिए बड़ी संख्या में मकानों को तोड़ा जाएगा, जिससे हजारों लोग प्रभावित होंगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वसंत विहार चौक से दयालबंद पुल तक की सड़क पहले से 60 फीट से अधिक चौड़ी है, जो यातायात के लिए पर्याप्त है।
पिछले दो महीने में अपोलो रोड से मानसी गेस्ट हाउस तक सड़क चौड़ीकरण के दौरान नगर निगम ने कई घरों को तोड़ा था। इसके बाद नाली निर्माण और पोल शिफ्टिंग का काम पूरा हो चुका है, लेकिन सड़क निर्माण कार्य के बावजूद फिर से तोड़फोड़ के लिए नोटिस जारी कर दिया गया। इस कदम ने स्थानीय निवासियों में आक्रोश पैदा कर दिया है।
कांग्रेस नेता दिलीप पाटिल ने उठाई जनता की आवाज
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पार्षद दिलीप पाटिल ने कहा, “नगर निगम और जिला प्रशासन गरीबों की आवाज को अनसुना कर रहे हैं। जब सड़क पहले से पर्याप्त चौड़ी है, तो इस नए प्रस्ताव का क्या औचित्य है? यह फैसला बिना जनसंवाद के लिया गया है।” उन्होंने कहा कि यह योजना गरीबों को उनके घरों से बेदखल करने और उनकी संपत्ति छीनने का प्रयास है।
प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनकारी नागरिकों ने मुख्यमंत्री और राज्य सरकार से दो प्रमुख मांगें की हैं:
- आपसी सहमति से सड़क चौड़ीकरण: वसंत विहार चौक से दयालबंद पुल तक के लिए प्रस्तावित 120 फीट सड़क चौड़ीकरण योजना को तत्काल निरस्त किया जाए। इसका कार्यान्वयन स्थानीय निवासियों की सहमति से हो।
- तोड़फोड़ की कार्रवाई पर रोक: अपोलो रोड से मानसी गेस्ट हाउस तक की सड़क पर नाली और पोल शिफ्टिंग के बाद बार-बार तोड़फोड़ की कार्रवाई से लोगों को राहत दी जाए। नगर निगम के नए नोटिस को तुरंत वापस लिया जाए।
कलेक्ट्रेट पर गरजे वार्डवासी
सैकड़ों की संख्या में नागरिक आज कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने मांग की कि नगर निगम की मनमानी को रोका जाए। प्रदर्शन में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने भी हिस्सा लिया, जो इस मुद्दे से सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं।
प्रशासन पर दबाव
घेराव के बाद प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर से मिला। उन्होंने अपनी आपत्तियां दर्ज कराते हुए नगर निगम द्वारा जारी नोटिस को निरस्त करने और सड़क चौड़ीकरण योजना पर पुनर्विचार की मांग की। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर उचित निर्णय लिया जाएगा।
नागरिकों का संघर्ष जारी रहेगा
लिंगियाडीह के नागरिकों का कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। कांग्रेस नेता दिलीप पाटिल ने कहा, “हमारी लड़ाई गरीबों के अधिकारों और उनके घर बचाने की है। अगर प्रशासन ने हमारी बात नहीं सुनी, तो हम बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।”