00 गौरेला पेंड्रा मरवाही के लोग भी महसूस कर रहे ठिठुरन
बिलासपुर ।उत्तर भारत की सर्द हवाओं ने गौरेला पेंड्रा मरवाही, अनूपपुर , बिलासपुर समय छत्तीसगढ़ के कई अन्य जिले में ठंड बढ़ गई है। सतपुड़ा -मैकल अंचल की पहाड़ियों में बसे अमरकंटक क्षेत्र में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अमरकंटक, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ठंडे मौसम के लिए देशभर में प्रसिद्ध है, इस समय शीतलहर की चपेट में है। उसके बाद भी वहां का मौसम पर्यटकों को काफी पसंद आ रहा है।
गुरुवार की सुबह न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। ठंड का प्रभाव इतना अधिक है कि घास पर ओस की बूंदें जमकर सफेद परत में बदल गईं। यह दृश्य नर्मदा मंदिर उद्गम कुंड से लेकर रामघाट और कपिलधारा तक के मैदानों में देखा गया। सुबह सात बजे तक नर्मदा तट के किनारे का पूरा क्षेत्र बर्फीला नजर आ रहा था। इसकी खबर लगते ही बड़ी संख्या में शहर से लोग अमरकंटक जाने की योजना बना रहे हैं।
स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत
अमरकंटक में हर साल ठंड का यह मौसम बाहरी पर्यटकों को काफी पसंद आता है। वही स्थानी लोगों के लिए बड़ी चुनौती लेकर आता है। हालांकि, इस बार ठंड ने समय से पहले ही दस्तक दी है। ठंडी हवाओं के चलते लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। बाजारों और स्थानीय दुकानों पर ऊनी कपड़ों की बिक्री बढ़ गई है। स्कूल जाने वाले बच्चों और सुबह-सुबह काम पर जाने वाले लोगों को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
होटल और गेस्ट हाउस में बुकिंग बढ़ी
प्राकृतिक पर्यटन स्थल के रूप में मशहूर अमरकंटक की ठंड पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है। ठंड का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। नर्मदा मंदिर और कपिलधारा के बर्फीले दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। होटल और गेस्ट हाउसों में बुकिंग बढ़ गई है।
हालांकि, कड़ाके की ठंड ने गरीब और बेघर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जिला प्रशासन ने लोगों को सर्दी से बचाने के लिए अलाव की व्यवस्था की है। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इस सुविधा का अभाव है। प्रशासन ने लोगों को ठंड से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है।
अमरकंटक की यह ठंड जहां पर्यटकों के लिए यादगार अनुभव लेकर आई है, वहीं स्थानीय लोगों को इससे जूझने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ रही है। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना जताई गई है।