सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की घटना, पुलिस के ऑपरेशन प्रहार के बाद भी अपराधियों के हौसले हैं बुलंद
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई के लिए ऑपरेशन प्रहार अभियान चला रही है। इसके बाद भी चाकूबाज नहीं सुधर रहे हैं। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में बाइक धीरे चलाने कहने की बात से नाराज आरोपी ने टाइल्स मंत्री पर चाकू से जानलेवा हमला बोल दिया। घायल को सिम्स में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।
गुरुवार की शाम सिरगिट्टी क्षेत्र के अन्नपूर्णा कालोनी में बाइक सवार युवकों ने टाइल्स मिस्त्री और उसके साथियों से मारपीट की और इसी बीच एक युवक ने टाइल्स मिस्त्री पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में लहूलुहान मिस्त्री को साथियों ने सिम्स में भर्ती कराया है। मिली जानकारी के अनुसार सिरगिट्टी क्षेत्र के अन्नपूर्णा कालोनी में रहने वाले रहमत अली पिता जब्बार अली उम्र 27 वर्ष टाइल्स मिस्त्री हैं। गुरुवार को वह साथियों के साथ काम पर गए थे। काम के बाद शाम को वे घर की ओर लाैट रहे थे। अन्नपूर्णा कालोनी के पास उनकी बगल से बाइक सवार युवक तेजी से वाहन चलाते गुजरे। टाइल्स मिस्त्री और उसके साथियों ने बाइक सवार युवकों को वाहन धीरे चलाने के लिए कहा। इसी बात को लेकर युवकों ने टाइल्स मिस्त्री और उसके साथियों से गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। मारपीट के दौरान एक युवक ने अपनी जेब से चाकू निकालकर रहमत अली पर वार कर दिया। चाकू की वार से रहमत अली लहूलुहान हो गए। हमले में गंभीर रूप से घायल टाइल्स मिस्त्री को उसके साथियों ने सिम्स पहुंचाया। जहाँ पर घायल का उपचार किया जा रहा है। इधर पुलिस ने घटना की सूचना पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
100 से अधिक चाकूबाजी की घटनाएं
पिछले एक वर्ष में चाकूबाजी की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अवधि में 100 से अधिक चाकूबाजी के मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से अधिकतर घटनाएं नशाखोरी, आपसी विवाद, और छोटे-मोटे झगड़ों के कारण हुईं। अपराधों में लिप्त अधिकांश आरोपी नशे की हालत में होते हैं, और कई मामलों में नाबालिगों की भागीदारी भी देखी गई है। इसे लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने पुलिस प्रशासन की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं क्योंकि अपराधी घटना के बाद अक्सर फरार हो जाते हैं। राजनीतिक नेताओं ने इन बढ़ते अपराधों को सरकार की नाकामी बताया है और जनता की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। पुलिस द्वारा समय-समय पर विशेष अभियान भी चलाए गए हैं, लेकिन नशाखोरी और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण न होने के कारण स्थिति में सुधार नहीं हो पाया है।कई क्षेत्रों, जैसे सरकंडा और सिरगिट्टी, में चाकूबाजी की घटनाएं अधिक देखी गई हैं, जहां मामूली विवाद भी हिंसक झगड़ों में तब्दील हो जाते हैं। कुछ घटनाएं व्यक्तिगत दुश्मनी और संपत्ति विवाद से भी जुड़ी रही हैं। इस बढ़ते अपराध को नियंत्रित करने के लिए अधिक कठोर कानून व्यवस्था और नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।