छत्तीसगढ़ के दुबे ने राष्ट्रीय और मास्टर्स तैराकी प्रतियोगिताओं में रचा इतिहास
बिलासपुर।छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर निवासी और आदिम जाति विभाग में कार्यरत शरद दुबे ने दिल्ली में आयोजित चौथी राष्ट्रीय फिन स्विमिंग प्रतियोगिता (15-17 नवंबर 2024) में अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने वर्ग के तीनों इवेंट्स में स्वर्ण पदक जीतकर “चैंपियन ऑफ चैंपियनशिप” का प्रतिष्ठित खिताब हासिल किया।
शरद दुबे ने प्रतियोगिता में 50 मीटर सरफेस स्विमिंग, 50 मीटर बाई फिन्स, और 100 मीटर बाई फिन्स में शानदार जीत दर्ज की। यह उनके अद्वितीय कौशल, अनुशासन और वर्षों की मेहनत का प्रमाण है।
भोपाल में भी चमके शरद दुबे
दिल्ली की सफलता से पहले शरद दुबे ने भोपाल में 10-12 नवंबर 2024 को आयोजित ऑल इंडिया मास्टर्स तैराकी प्रतियोगिता में 400 मीटर और 200 मीटर फ्री स्टाइल इवेंट्स में रजत पदक जीते। यह उनकी बहुमुखी प्रतिभा और तैराकी के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
अंबिकापुर में तैराकी की शुरुआत
शरद दुबे लंबे समय से अंबिकापुर के तरणताल में तैराकी का अभ्यास करते रहे हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। उनकी उपलब्धियां राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं और यह साबित करती हैं कि सीमित संसाधनों में भी बड़ी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।
भविष्य की योजनाएं
शरद दुबे ने अपनी जीत के बाद बताया कि वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी तैराकी को और ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं। उनका सपना है कि वह छत्तीसगढ़ और भारत का नाम वैश्विक मंच पर चमकाएं।
राज्य में खुशी की लहर
शरद की इस उपलब्धि पर उनके परिवार, सहयोगियों, और राज्य के खेल प्रेमियों ने उन्हें बधाई दी है। यह सफलता न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की उपलब्धि है, बल्कि राज्य में खेलों के विकास और प्रतिभा को भी प्रोत्साहित करती है।
युवाओं के लिए प्रेरणा
शरद दुबे की यह उपलब्धियां छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय हैं। उनकी मेहनत और समर्पण उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो खेलों में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। उनके इस सफर की कहानी यह साबित करती है कि दृढ़ निश्चय और मेहनत से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।