00 छत्तीसगढ़ बिलासपुर के सिविल लाइन थाने के निरीक्षक प्रदीप आर्य भेजे गए बस्तर, सकरी थानेदार लाइन अटैच
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में लापरवाह थानेदारों पर अनुशासन का डंडा चला है। इसे लेकर पुलिस महकमें में ही तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पुलिस मुख्यालय से जारी हुए आदेश में बिलासपुर सिविल लाइन थाने के प्रभारी प्रदीप आर्य को सीधे बस्तर ही भेज दिया गया है।
छत्तीसगढ़ के पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर तबादले और कार्रवाई की गई है। बिलासपुर जिले में पुलिस अधीक्षक (एसपी) रजनेश सिंह ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिसिंग में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी कड़ी में थानेदारों और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं।
आरक्षक ने तो नहीं निपटा दिया
बिलासपुर के सकरी थाना प्रभारी दामोदर मिश्रा को लाइन अटैच कर दिया गया है। उन पर आरोप था कि उन्होंने एक आरक्षक को अवैध वसूली की छूट दे रखी थी। यह आरक्षक क्षेत्र में बेखौफ वसूली कर रहा था, और थानेदार ने इसकी अनदेखी की। इसके अलावा, उन पर धोखाधड़ी के एक गंभीर मामले में आरोपी पक्ष से मिलीभगत का भी आरोप है। इस लापरवाही के कारण एसपी ने सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें लाइन अटैच कर दिया है।उनकी जगह रविंद्र अनंत को भेजा गया। चकरभाठा थाने का प्रभार ओमप्रकाश कुर्रे को सौंपा गया है।
पुलिसिंग में सुधार की कवायद
एसपी रजनेश सिंह ने पुलिसिंग को सख्त और जवाबदेह बनाने के लिए कई अधिकारियों का तबादला किया है। उन्होंने कहा, “थानेदार केवल पद का नाम नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है। अगर पुलिसिंग में लापरवाही पाई गई, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
अन्य तबादले
पुलिस मुख्यालय की ओर से भी चार निरीक्षकों का तबादला आदेश जारी किया गया।बिलासपुर के थानेदार प्रदीप आर्या को बस्तर भेजा गया।मुंगेली के तेजनाथ सिंह का स्थानांतरण सरगुजा, मीना माहिलकर को बालोद से दुर्ग, और सुरेंद्र बघेल को जांजगीर-चांपा से कोंडागांव किया गया।बेहतर प्रदर्शन के लिए तारबाहर थाने के एसआई श्रवण टंडन को पचपेड़ी थाने का प्रभार दिया गया।पुलिस विभाग में इस बदलाव का उद्देश्य अनुशासन और कार्यकुशलता बढ़ाना है। एसपी का सख्त रुख यह संकेत देता है कि पुलिसकर्मियों को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग रहना होगा। इससे न केवल प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि जनता का पुलिस पर भरोसा भी मजबूत होगा।