बिलासपुर। छत्तीसगढ़ का एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान संचालक सस्ता सोना पाने की लालच में आकर 5 लाख रुपए की ठगी का शिकार हो गया। महिला सहित तीन लोगों ने उसे असली सोने का लॉकेट दिखाया था, जिसके बाद ठग उसे तीन किलो नकली सोना थमा कर 5 लाख रुपए वसूल लिए। बाद में व्यापारी को पता चला कि तीन किलो सोना नकली है। ठगी का मामला सामने आने के बाद वह शिकायत लेकर थाने पहुंचा।
उमाशंकर साहू सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरसीवां का रहने वाला है, जहां वह इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाता है। उसने बताया कि कुछ दिन पहले उसके पास दो लोग पहुंचे। उन्होंने व्यापारी को सोने की लॉकेट दिखाया और इसी तरह से तीन किलो वजनी सोना होने का दावा किया। जिसे उन्हें कम कीमत में बेचने का दावा किया। शुरूआत में व्यापारी ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। जिसके बाद उन्हें बार-बार कॉल किया गया।उमाशंकर साहू ने बताया कि फोन करने वाले ने उन्हें तोरवा रेलवे स्टेशन के पास बुलाया, जिसके बाद वो अपनी कार से ड्राइवर के साथ उनकी तलाश करते हुए बिलासपुर पहुंच गया। रेलवे स्टेशन के पास अंडर ब्रिज के नीचे महिला समेत तीन लोग मिले। उन्होंने सैंपल जैसे तीन किलो वजनी सोना होने का दावा किया और 5 लाख रुपए लेकर चले गए।
30 लाख मांग रहे थे, 5 लाख रुपए में किया सौदा
व्यापारी उमाशंकर ने बताया कि ठगों ने बताया कि वो रोजी-मजदूरी करते हैं। काम करते समय उन्हें रोड की खुदाई के दौरान सोने के लॉकेट की गठरी मिली थी। वो सोने को बाजार में बेच नहीं सकते। बेचने पर पुलिस के पकड़े जाने का डर था। इसलिए वो इसे सस्ती कीमत पर खपाना चाहते हैं। पहले उन्होंने 30 लाख रुपए की मांग की। बाद में उन्होंने 5 लाख रुपए में सौदा तय किया।
जांच कराई तो नकली निकला सोना
ठगों को पांच लाख रुपए देने के बाद व्यापारी सोना लेकर वहां से निकल गया, जिसके बाद उन्होंने सोने की जांच कराई तो नकली निकला। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और फिर शिकायत लेकर तोरवा थाना पहुंचे।
खुफिया कैमरे में ठगों का बनाया वीडियो
व्यापारी उमाशंकर अपने साथ खुफिया कैमरा लेकर पहुंचा था। उसने बताया कि वो कैमरा हमेशा अपने साथ रखता है, जिसमें वो हर गतिविधियों को रिकार्ड करता है। सोना खरीदते समय भी उसने अपने खुफिया कैमरे से ठगों का वीडियो रिकार्डिंग किया है। उसने ठगों का फोटो निकाल कर पुलिस को सौंपा है। तोरवा पुलिस ने इस मामले में शून्य में मामला दर्ज किया है।