बिलासपुर।एक ओर साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) अपना 40वां स्थापना दिवस मना रहा है, वहीं दूसरी ओर कंपनी के मुख्यालय के बाहर कर्मचारियों ने अधिकारियों के भ्रष्टाचार, फर्जी भर्तियों और अन्य अनियमितताओं के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर नारेबाजी भी हुई।
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धरने के मुख्य मुद्दे:
1. भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप:
कर्मचारियों का आरोप है कि एसईसीएल के अधिकारी कोयला खनन सहित विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
उन्होंने इस भ्रष्टाचार की विस्तृत जांच की मांग की है।
2. फर्जी भर्तियां और वादा खिलाफी:
धरना दे रहे लोगों का कहना है कि एसईसीएल में फर्जी भर्तियां हो रही हैं।
जिन लोगों की जमीन अधिग्रहित की गई थी, उन्हें अब तक नौकरी नहीं दी गई है, जबकि उन्हें इसका आश्वासन दिया गया था।
3. पेंशन और सम्मान की कमी:
संयुक्त कोयला कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि उन्हें न तो उचित पेंशन मिल रही है और न ही सम्मान।
अधिकारियों पर मनमानी करने और कर्मचारियों की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया गया है।
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धरने में हजारों कर्मचारी शामिल:
धरने में कोरबा, गेवरा, दीपका सहित विभिन्न कोयला क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल हुए। उनका कहना है, “हम यहां अधिकारियों को उनकी गलतियों का आईना दिखाने आए हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, यह प्रदर्शन जारी रहेगा।”
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सरकार और प्रशासन से अपील:
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने सरकार और प्रशासन से भ्रष्टाचार की जांच कराने और फर्जी भर्तियों को रद्द करने की मांग की है। उनका कहना है कि एसईसीएल में योग्य और प्रभावित कर्मचारियों को उनका हक और सम्मान मिलना चाहिए।
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कर्मचारियों का यह आंदोलन एसईसीएल के अधिकारियों के खिलाफ एक बड़ी चुनौती बन चुका है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।