00 कहा पार्टी के कार्यकर्ता भी खुश नहीं, पार्टी फोरम में रखेंगे अपनी बात
बिलासपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर ने नक्सल समस्या और राज्य की वर्तमान सरकार पर तीखे हमले किए हैं। बिलासपुर स्थित कलेक्ट्रेट में मीडिया से चर्चा करते हुएउन्होंने नक्सलियों के खिलाफ अपने समय की रणनीतियों का खुलासा करते हुए तत्कालीन केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को भी आड़े हाथों लिया।
नक्सल समस्या पर केंद्र को घेरा
ननकी राम कंवर ने कहा कि जब वे छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री थे, तब उन्होंने नक्सल समस्या को समाप्त करने की ठानी थी। उन्होंने दावा किया कि उस समय की केंद्र सरकार ने इस दिशा में न तो कोई मदद की और न ही फोर्स भेजा। इसके उलट, उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन केंद्र सरकार के कुछ लोग नक्सलियों की मदद कर रहे थे।
कंवर ने कहा, “हमने गृह मंत्री रहते तय कर लिया था कि नक्सलियों का खात्मा करेंगे, लेकिन केंद्र सरकार के असहयोग ने हमारे प्रयासों को कमजोर कर दिया। यह हमारे लिए निराशाजनक था कि देश की सरकार ही देश के दुश्मनों के साथ खड़ी थी।”
राज्य सरकार पर भी तीखा प्रहार
पूर्व गृह मंत्री ने वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार का कामकाज ठीक है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष बढ़ रहा है।”
“हमारे कार्यकर्ता खुश नहीं”
कंवर ने इस दौरान भाजपा की आंतरिक स्थिति पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता खुश नहीं हैं और उनकी बातों को सुना नहीं जा रहा है। जय श्री राम का उद्घोष करते हुए उन्होंने पार्टी नेतृत्व को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि कार्यकर्ताओं की अनदेखी पार्टी के लिए नुकसानदेह हो सकती है।
भाजपा के नेतृत्व पर भी सवाल
अपने बयान के दौरान कंवर ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार विष्णु देव साईं पर भी इशारों में निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेतृत्व को चाहिए कि वह कार्यकर्ताओं और जनता की भावनाओं को समझे। हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर कोई नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान से यह स्पष्ट था कि वे पार्टी की वर्तमान रणनीति से संतुष्ट नहीं हैं।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
ननकी राम कंवर के इन बयानों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उनके नक्सल मुद्दे पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों पर किए गए प्रहार को आने वाले चुनावों के संदर्भ में अहम माना जा रहा है। साथ ही, भाजपा के आंतरिक हालात को लेकर उनकी टिप्पणी ने पार्टी के भीतर असंतोष की संभावनाओं को उजागर कर दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कंवर के ये बयान न केवल राज्य सरकार पर दबाव बढ़ाने का प्रयास हैं, बल्कि भाजपा के भीतर चल रही अंतर्कलह का संकेत भी देते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके इन तीखे बयानों पर भाजपा और राज्य सरकार कैसे प्रतिक्रिया देती हैं।